हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "आमाली सद्क" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الصادق علیه السلام
علَيكُم بِإتيانِ المَساجِدِ؛ فإنّها بُيوتُ اللّهِ في الأرضِ، و مَن أتاها مُتَطَهِّرا طَهَّرَهُ اللّهِ مِن ذُنوبِهِ و كُتِبَ مِن زُوّارِهِ فَأكثِرُوا فيها مِن الصَّلاةِ و الدُّعاءِ
हज़रत इमाम जफार सादीक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
मस्जिदों में आना तुम्हारी ज़िम्मेदारी है क्योंकि मस्जिदे ज़मीन पर अल्लाह का घर है और जो आदमी पाक व ताहिर होकर मस्जिद में जाएगा अल्लाह ताला इसकी गुनाहों से पाक कर देगा और इसको अपने जायरीन कि गिरोह में करार देगा बस मस्जिद में ज़्यादा से ज़्यादा नमाज़,दुआ और मुनाजात बजा लाओ,
आमाली सद्क,440/584